विनयपत्रिका
(गोस्वामी तुलसीदास)

॥ श्री सीतारामाभ्यां नमः ॥

विषय सूची

जय गुरु!

क्रम
पद-संख्यापदसंबंधराग
11गाइये गनपति जगबंदन। श्रीगणेश-स्तुतिबिलावल
22दीन-दयालु दिवाकर देवा। सूर्य-स्तुतिबिलावल
33को जाँचिये संभु तजि आन।शिव स्तुतिबिलावल
44दानी कहुँ संकर-सम नाहीं।शिव स्तुतिधनाश्री
55बावरो रावरो नाह भवानी।शिव स्तुतिधनाश्री
66जाँचिये गिरिजापति कासी। शिव स्तुतिरामकली
77कस न दीनपर द्रवहु उमाबर।शिव स्तुतिरामकली
88देव बड़े,दाता बड़े, संकर बड़े भोरे।शिव स्तुतिरामकली
99सिव! सिव! होइ प्रसन्न करु दाया।शिव स्तुतिरामकली
1010मोह-तम-तरणि,हर,रुद्र,संकरशिव स्तुतिधनाश्री
1111भीषणाकार,भैरव,भयंकरशिव-स्तुति (भैरवरूप)धनाश्री
1212सदा-शंकरं,शंप्रदं,सज्जनानंददंशिव-स्तुति (भैरवरूप)धनाश्री
1313सेवहु सिव-चरन-सरोज-रेनु। शिव-स्तुति (भैरवरूप)बसन्त
1414देखो देखो, बन बन्यो आजु उमाकंत। शिव-स्तुति (भैरवरूप)बसन्त
1515दुसह दोष-दुख,दलनि, करु देवि दाया।देवी-स्तुतिमारु
1616जय जय जगजननि देवि देवी-स्तुतिरामकली
1717जय जय भगीरथनन्दिनि,गंगा-स्तुतिरामकली
1818जयति जय सुरसरी जगदखिल-पावनी।गंगा-स्तुतिरामकली
1919हरनि पाप त्रिबिध ताप सुमिरत सुरसरित।गंगा-स्तुतिरामकली
2020ईस-सीस बससि, त्रिपथ लससि, गंगा-स्तुतिरामकली
2121जमुना यों ज्यों ज्यों लागी बाढ़न।यमुना-स्तुतिबिलावल
2222सेइअ सहित सनेह देह भरि, काशी-स्तुतिभैरव
2323सब सोच-बिमोचन चित्रकूट। चित्रकूट-स्तुतिबसन्त
2424अब चित चेति चित्रकूटहि चलु।चित्रकूट-स्तुतिकान्हरा
2525जयत्यंजनी-गर्भ-अंभोधि-संभूत हनुमत-स्तुतिधनाश्री
2626जयति मर्कटाधीश ,मृगराज-विक्रम,हनुमत-स्तुतिधनाश्री
2727जयति मंगलागार, संसारभारापहर,हनुमत-स्तुतिधनाश्री
2828जयति वात-संजात,विख्यात विक्रम,हनुमत-स्तुतिधनाश्री
2929जयति निर्भरानंद-संदोह कपिकेसरी,हनुमत-स्तुतिधनाश्री
3030जाके गति है हनुमानकी।हनुमत-स्तुतिसारंग
3131ताकिहै तमकि ताकी ओर को।हनुमत-स्तुतिगौरी
3232ऐसी तोही न बूझिये हनुमान हठीले।हनुमत-स्तुतिबिलावल
3333समरथ सुअन समीरके,रघुबीर-पियारे। हनुमत-स्तुतिबिलावल
3434अति आरत, अति स्वारथी, अति दीन-दुखारी।हनुमत-स्तुतिबिलावल
3535कटु कहिये गाढे परे, सुनि समुझि सुसाईं।हनुमत-स्तुतिबिलावल
3636मंगल-मूरति मारुत-नंदन। हनुमत-स्तुतिगौरी
3737लाल लाडिले लखन, हित हौ जनके।लक्ष्मण-स्तुतिदण्डक
3838जयति लक्ष्मणानंत भगवंत भूधर, भुजग-लक्ष्मण-स्तुतिधनाश्री
3939जयति भूमिजा-रमण-पदकंज-मकरंद-रस-भरत-स्तुतिधनाश्री
4040जयति जय शत्रु-करि-केसरी शत्रुहन,शत्रुघ्न-स्तुतिधनाश्री
4141कबहुँक अंब, अवसर पाइ।श्रीसीता-स्तुतिकेदारा
4242कबहुँ समय सुधि द्ययाबी,मेरी मातु जानकी।श्रीसीता-स्तुतिकेदारा
4343जयति सच्चिदव्यापकानंद श्रीराम-वन्दना-स्तुतिकेदारा
4444जयति राज-राजेंद्र राजीवलोचन,रामश्रीराम-वन्दना-स्तुतिकेदारा
4545श्री रामचंद्र कृपालु भजु मनश्रीराम-वन्दना-स्तुतिगौरी
4646सदा राम जपु,राम जपु,राम जपु, श्रीराम-नाम वन्दना रामकली
4747ऐसी आरती राम रघुबीरकी करहि मन।श्रीराम-आरती रामकली
4848हरति सब आरती आरती रामकी।श्रीराम-आरती रामकली
4949दनुज-बन-दहन,गुन-गहन,श्रीहरिशंकरी दण्डक रामकली
5050भानुकुल-कमल-रवि,कोटि कंर्दप-छवि,श्रीराम-स्तुतिरामकली
5151जानकीनाथ,रघुनाथ,रागादि-तम-तरणि,श्रीराम-स्तुतिरामकली
5252कोशलाधीश,जगदीश,जगदेकहित,श्रीराम-स्तुतिरामकली
5353सकल सौभाग्यप्रद सर्वतोभद्र-निधि, श्रीराम-स्तुतिरामकली
5454विश्व-विख्यात,विश्वेश,विश्वायतन, श्रीराम-स्तुतिरामकली
5555संत-संतापहर,विश्व-विश्रामकर, श्रीराम-स्तुतिरामकली
5656दनुजसूदन दयासिंधु,दंभापहन श्रीराम-स्तुतिरामकली
5757देहि सतसंग निज-अंग श्रीरंग! श्रीरंग-स्तुति रामकली
5858देहि अवलंब कर कमल,कमलारमन,श्रीरंग-स्तुति रामकली
5959दीन-उद्धरण रघुवर्य करुणाभवन श्रीरंग-स्तुति रामकली
6060नौमि नारायणं नरं करुणायनं, श्रीनर-नारायण-स्तुतिरामकली
6161सकल सुखकंद, आनंदवन-पुण्यकृत,श्रीविन्दुमाधव-स्तुति रामकली
6262इहै परम फलु,परम बड़ाई।श्रीविन्दुमाधव-स्तुति आसावरी
6363मन इतनोई या तनुको परम फलु।श्रीविन्दुमाधव-स्तुति जैतश्री
6464बंदौ रघुपति करुना-निधान।श्रीराम-वन्दना बसन्त
6565राम राम रमु,राम राम रटु, श्रीराम-नाम-जप भैरव
6666राम जपु,राम जपु, राम जपु बावरे।श्रीराम-नाम-जप भैरव
6767राम राम जपु जिय सदा सानुराग रे।श्रीराम-नाम-जप भैरव
6868राम राम राम जीह जौलौं तू न जपिहै।श्रीराम-नाम-जप भैरव
6969सुमिरु सनेहसों तू नाम रामरायको।श्रीराम-नाम-जप भैरव
7070भलो भली भाँति है जो मेरे कहे लागिहै।श्रीराम-नाम-जप भैरव
7171ऐसेहू साहबकी सेवा सों होत चोरु रे।विनयावलीभैरव
7272मेरो भलो कियो राम आपनी भलाई।विनयावलीभैरव
7373जागु,जागु,जीव जड़! जोहै जग-जामिनी।विनयावलीभैरव
7474जानकीसकी कृपा जगावती सुजान जीव,विनयावलीविभास
7575खोटो खरो रावरो हौं,रावरी सौं, विनयावलीललित
7676रामको गुलाम,नाम रामबोला राख्यौ राम,विनयावलीललित
7777जानकी-जीवन,जग-जीवन,जगत-हित,विनयावलीललित
7878दीनको दयालु दानि दूसरो न कोऊ।विनयावलीटोड़ी
7979तू दयालु ,दीन हौं तू दानि, हौं भिखारी।विनयावलीटोड़ी
8080और काहि माँगिये, को माँगिबो निवारै।विनयावलीटोड़ी
8181दीनबंधु, सुखसिंधु, कृपाकर, विनयावलीटोड़ी
8282मोहजनित मल लाग बिबिध बिधि विनयावलीटोड़ी
8383कछु ह्वे न आई गयो जनम जाय।विनयावलीजैतश्री
8484तौ तू पछितैहै मन मींजि हाथ।विनयावलीजैतश्री
8585मन! माधवको नेकु निहारहि।विनयावलीधनाश्री
8686इहै कह्यो सुत! बेद चहूँ।विनयावलीधनाश्री
8787सुनु मन मूढ सिखावन मेरो।विनयावलीधनाश्री
8888कबहूँ मन बिश्राम न मान्यो।विनयावलीधनाश्री
8989मेरो मन हरिजू! हठ न तजै।विनयावलीधनाश्री
9090ऐसी मूढ़ता या मनकी।विनयावलीधनाश्री
9191नाचत ही निसि-दिवस मर् यो।विनयावलीधनाश्री
9292माधवजू,मोसम मंद न कोऊ।विनयावलीधनाश्री
9393कृपा सो धौं कहाँ बिसारी राम।विनयावलीधनाश्री
9494काहे ते हरि मोहिं बिसारो।विनयावलीधनाश्री
9595तरु न मेरे अघ-अवगुन गनिहैं ।विनयावलीधनाश्री
9696जौ पै जिय धरिहौ अवगुन जनके ।विनयावलीधनाश्री
9797जौ पै हरि जनके औगुन गहते ।विनयावलीधनाश्री
9898ऐसी हरि करत दासपर प्रीति ।विनयावलीधनाश्री
9999बिरद गरीबनिवाज रामको ।विनयावलीधनाश्री
100100सुनि सीतापति-सील-सुभाउ।विनयावलीधनाश्री
101101जाउँ कहाँ तजि चरन तुम्हारे।विनयावलीधनाश्री
102102हरि! तुम बहुत अनुग्रह कीन्हो।विनयावलीधनाश्री
103103यह बिनती रघुबीर गुसाई।विनयावलीधनाश्री
104104जानकी-जीवनकी बलि जैहौं।विनयावलीधनाश्री
105105अबलौ नसानी, अब न नसैहौं।विनयावलीधनाश्री
106106महाराज रामादर् यो धन्य सोई।विनयावलीरामकली
107107है नीको मेरो देवता कोसलपति राम।विनयावलीबिहाग,बिलावल
108108बीर महा अवराधिये, साधे सिधि होय।विनयावलीबिहाग
109109कस न करहु करुना हरे! विनयावलीबिहाग
110110कहु केहि कहिय कृपानिधे! विनयावलीबिहाग
111111केसव! कहि न जाइ का कहिये।विनयावलीबिहाग
112112केसव! कारन कौन गुसाई।विनयावलीबिहाग
113113माधव! अब न द्रवहु केहि लेखे।विनयावलीबिहाग
114114माधव! मो समान जग माहीं।विनयावलीबिहाग
115115माधव! मोह-फाँस क्यों टूटै।विनयावलीबिहाग
116116माधव! असि तुम्हारि यह माया ।विनयावलीबिहाग
117117हे हरि! कवन दोष तोहिं दीजै ।विनयावलीबिहाग
118118हे हरि ! कवन जतन सुख मानहु ।विनयावलीबिहाग
119119हे हरि ! कवन जतन भ्रम भागै ।विनयावलीबिहाग
120120हे हरि ! कस न हरहु भ्रम भारी ।विनयावलीबिहाग
121121हे हरि ! यह भ्रमकी अधिकाई ।विनयावलीबिहाग
122122मै हरि, साधन करइ न जानी ।विनयावलीबिहाग
123123अस कछु समुझि परत रघुराया !विनयावलीबिहाग
124124जौ निज मन परिहरै बिकारा।विनयावलीबिहाग
125125मै केहि कहौं बिपति अति भारी। विनयावलीबिहाग
126126मन मेरे,मानहि सिख मेरी।विनयावलीबिहाग
127127मै जानी,हरिपद-रति नाहीं। विनयावलीबिहाग
128128सुमिरु सनेह-सहित सीतापति। विनयावलीबिहाग
129129रुचिर रसना तू राम राम विनयावलीबिहाग
130130राम राम,राम राम,विनयावलीबिहाग
131131पावन प्रेम राम-चरन-कमल विनयावलीबिहाग
132132राम-से प्रीतमकी प्रीति-रहित विनयावलीबिहाग
133133तोसो हौं फिरि फिरि हित,प्रिय,विनयावलीबिहाग
134134ताते हौं बार बार देव! विनयावलीबिहाग, बिलावल
135135.1राम सनेही सों तैं न सनेह कियो।विनयावलीसूहो बिलावल
136135.2अजहूँ समुझि चित दै सुनु परमारथ।विनयावलीसूहो बिलावल
137135.3दूरि न सो हितू हेरि हिये ही है।विनयावलीसूहो बिलावल
138135.4ठाकुर अतिहि बड़ो,सील,विनयावलीसूहो बिलावल
139135.5स्वामीको सुभाव कह्यो विनयावलीसूहो बिलावल
140136.1जिव जबते हरितें बिलगान्यो। विनयावलीसूहो बिलावल
141136.2आनँद-सिंधु-मध्य तव बासा। विनयावलीसूहो बिलावल
142136.3तैं निज करम-डोरि दृढ़ कीन्हीं।विनयावलीसूहो बिलावल
143136.4तू निज करम-जालल जहँ घेरो। विनयावलीसूहो बिलावल
144136.5पुनि बहुबिधि गलानि जिय मानी। विनयावलीसूहो बिलावल
145136.6बाल दसा जेते दुख पाये। विनयावलीसूहो बिलावल
146136.7जोबन जुवती सँग रँग रात्यो। विनयावलीसूहो बिलावल
147136.8देखत ही आई बिरुधाई। विनयावलीसूहो बिलावल
148136.9कहि को सकै महाभव तेरे। विनयावलीसूहो बिलावल
149136.1रघुपति-भगति सुलभ,सुखकारी। विनयावलीसूहो बिलावल
150136.11सेवत साधु द्वैत-भय भागै। विनयावलीसूहो बिलावल
151136.12जो तेहि पंथ चलै मन लाई।विनयावलीसूहो बिलावल
152137जो पै कृपा रघुपति कृपालुकी, विनयावलीबिलावल
153138कबहुँ सो कर-सरोज रघुनायक!विनयावलीबिलावल
154139दीनदयालु,दुरित दारिद दुख विनयावलीबिलावल
155140ते नर नरकरूप जीवत जग विनयावलीबिलावल
156141रामचंद्र! रघुनायक तुमसोंविनयावलीबिलावल
157142सकुचत हौं अति राम कृपानिधि!विनयावलीबिलावल
158143सुनहु राम रघुबीर गुसाई, विनयावलीबिलावल
159144सो धौ को जो नाम-लाज ते, विनयावलीबिलावल
160145कृपासिंधु! जन दीन दुवारे विनयावलीबिलावल
161146हौं सब बिधि राम, विनयावलीबिलावल
162147कृपासिंधु ताते रहौं निसिदिन विनयावलीबिलावल
163148कहौ कौन मुहँ लाइ कै विनयावलीबिलावल
164149कहाँ जाउँ, कासों कहौं, विनयावलीबिलावल
165150रामभद्र! मोहिं आपनो सोच विनयावलीबिलावल
166151जो पै चेराई रामकी करतो विनयावलीबिलावल
167152राम भलाई आपनी भल कियो विनयावलीबिलावल
168153मेरे रावरियै गति है रघुपति विनयावलीबिलावल
169154देव ! दूसरो कौन दीनको विनयावलीबिलावल
170155बिस्वास एक राम-नामको ।विनयावलीसारंग
171156कलि नाम कामतरु रामको ।विनयावलीसारंग
172157सेइये सुसाहिब राम सो ।विनयावलीसारंग
173158कैसे देउँ नाथहिं खोरि ।विनयावलीनट
174159है प्रभु ! मेरोई सब दोसु ।विनयावलीनट
175160मैं हरि पतित-पावन सुने ।विनयावलीनट
176161तों सों प्रभु जो पै कहुँ कोउ होतो ।विनयावलीमलार
177162ऐसो को उदार जग माहीं ।विनयावलीसोरठ
178163एकै दानि-सिरोमनि साँचो।विनयावलीसोरठ
179164जानत प्रीति-रीति रघुराई।विनयावलीसोरठ
180165रघुबर! रावरि यहै बड़ाई।विनयावलीसोरठ
181166ऐसे राम दीन-हितकारी।विनयावलीसोरठ
182167रघुपति-भगति करत कठिनाई।विनयावलीसोरठ
183168जो पै राम-चरन-रति होती।विनयावलीसोरठ
184169जो मोही राम लागते मीठे।विनयावलीसोरठ
185170यों मन कबहूँ तुमहिं न लाग्यो।विनयावलीसोरठ
186171कीजै मोको जमजातनामई।विनयावलीसोरठ
187172कबहुँक हौं यहि रहनि रहौंगो।विनयावलीसोरठ
188173नाहिंन आवत आन भरोसो।विनयावलीसोरठ
189174जाके प्रिय न राम-बैदेही।विनयावलीसोरठ
190175रहनि जो पै लगन रामसों नाहीं।विनयावलीसोरठ
191176राख्यो राम सुस्वामी सों विनयावलीसोरठ
192177जो तुम त्यागों राम हौं तौं विनयावलीसोरठ
193178भयेहूँ उदास राम, मेरे आस रावरी।विनयावलीसोरठ
194179कहाँ जाउँ, कासों कहौ, कौन सुनै दीनकी।विनयावलीबिलावल
195180बारक बिलोकि बलि कीजै मोहिं आपनो।विनयावलीबिलावल
196181केहू भाँति कृपासिंधु मेरी ओर हेरिये।विनयावलीबिलावल
197182नाथ ! गुननाथ सुनि होत चित चाउ सो।विनयावलीबिलावल
198183राम! प्रीतिकी रीति आप नीके जनियत है।विनयावलीआसावरी
199184राम-नामके जपे जाइ जियकी जरनि।विनयावलीआसावरी
200185लाज न लागत दास कहावत।विनयावलीआसावरी
201186कौन जतन बिनती करिये।विनयावलीआसावरी
202187ताहि तें आयो सरन सबेरें।विनयावलीआसावरी
203188मैं तोहिं अब जान्यो संसार।विनयावलीआसावरी
204189राम कहत चलु, राम कहत चलु, विनयावलीगौरी
205190सहज सनेही रामसों विनयावलीगौरी
206191एक सनेही साचिलो केवल विनयावलीगौरी
207192जो पै जानकिनाथ सों नातोविनयावलीगौरी
208193अजहुँ आपने रामके करतब विनयावलीगौरी
209194जो अनुराग न राम सनेही सों।विनयावलीगौरी
210195बलि जाउँ हौं राम गुसाईं।विनयावलीगौरी
211196काहेको फिरत मन, विनयावलीगौरी
212197नाहिन चरन-रति ताहि तें विनयावलीगौरी
213198मन पछितैहै अवसर बीते।विनयावलीभैरवी
214199काहे को फिरत मूढ़ मन धायो।विनयावलीभैरवी
215200ताँबे सो पीठि मनहुँ तन पायो।विनयावलीभैरवी
216201लाभ कहा मानुष-तनु पाये।विनयावलीभैरवी
217202काजु कहा नरतनु धरि सार् यो।विनयावलीभैरवी
218203श्रीहरि-गुरु-पद-कमलविनयावलीभैरवी
219204जो मन लागै रामचरन अस।विनयावलीकान्हरा
220205जो मन भज्यो चहै हरि-सुरतरु।विनयावलीकान्हरा
221206नाहिन और कोउ सरन लायक विनयावलीकान्हरा
222207भजिबे लायक, सुखदायक रघुनायकविनयावलीकान्हरा
223208नाथ सों कौन बिनती कहि सुनावौं।विनयावलीकल्याण
224209नाहिनै नाथ! अवलंब मोहि आनकी।विनयावलीकल्याण
225210औरु कहँ ठौरु रघुबंस-मनि! मेरे।विनयावलीकल्याण
226211कबहुँ रघुबंसमनि ! विनयावलीकल्याण
227212रघुपति बिपति-दवन।विनयावलीकेदारा
228213हरि-सम आपदा-हरन।विनयावलीकेदारा
229214ऐसी कौन प्रभुकी रीति ?विनयावलीकल्याण
230215श्रीरघुबीरकी यह बानि।विनयावलीकल्याण
231216हरि तज और भजिये काहि ?विनयावलीकल्याण
232217जो पै दूसरो कोउ होइ।विनयावलीकल्याण
233218कबहि देखाइहौ हरि चरन।विनयावलीकल्याण
234219द्वार हौं भोर ही को आजु।विनयावलीकल्याण
235220करिय सँभार, कोसलराय!विनयावलीकल्याण
236221नाथ! कृपाहीको पंथ चितवत विनयावलीकल्याण
237222बलि जाउँ, और कासों कहौं ?विनयावलीकल्याण
238223आपनो कबहुँ करि जानिहौ।विनयावलीकल्याण
239224रघुबरहि कबहुँ मन लागिहै ?विनयावलीकल्याण
240225भरोसो और आइहै उर ताके।विनयावलीकल्याण
241226भरोसो जाहि दूसरो सो करो।विनयावलीकल्याण
242227नाम राम रावरोई हित मेरे।विनयावलीकल्याण
243228प्रिय रामनामतें जाहि न रामो।विनयावलीकल्याण
244229गरैगी जीह जो कहौं औरको हौं।विनयावलीकल्याण
245230अकारन को हितू और को है।विनयावलीकल्याण
246231और मोहि को है, काहि कहिहौं ?विनयावलीकल्याण
247232दीनबंधु दूसरो कहँ पावो ?विनयावलीकल्याण
248233मनोरथ मनको एकै भाँति।विनयावलीकल्याण
249234जनम गयो बादिहिं बर बीति।विनयावलीकल्याण
250235ऐसेहि जनम-समूह सिराने।विनयावलीकल्याण
251236जो पै जिय जानकी-नाथ न जाने।विनयावलीकल्याण
252237काहे न रसना, रामहि गावहि ?विनयावलीकल्याण
253238आपनो हित रावरेसों जो पै सूझै।विनयावलीकल्याण
254239जाको हरि दृढ़ करि अंग कर् यो।विनयावलीकल्याण
255240सोइ सुकृती,सुचि साँचो विनयावलीकल्याण
256241तब तुम मोहूसे सठनिकोविनयावलीकल्याण
257242तुम सम दींनबंधु,न दीन कोउविनयावलीकल्याण
258243यहै जानि चरनन्हि चित लायो।विनयावलीकल्याण
259244याहि ते मैं हरि ग्यान गँवायो।विनयावलीकल्याण
260245मोहि मूढ़ मन बहुत बिगोयो।विनयावलीकल्याण
261246लोक-बेद हूँ बिदित बात सुनि-समुझि।विनयावलीकल्याण
262247राम जपु जीह! जानि, प्रीति विनयावलीकल्याण
263248पाहि,पाहि राम! पाहि रामभद्रविनयावलीकल्याण
264249भली भाँति पहिचाने-विनयावलीकल्याण
265250तौं हौं बार बार प्रभुहि पुकारिकै विनयावलीकल्याण
266251राम! रावरो सुभाउ, विनयावलीकल्याण
267252बाप! आपने करत मेरी घनी घटि गई।विनयावलीकल्याण
268253राम राखिये सरन, राखि आये सब दिन।विनयावलीकल्याण
269254राम! रावरो नाम मेरो मातु-पितु है।विनयावलीकल्याण
270255राम!रावरो नाम साधु-सुरतरु है।विनयावलीकल्याण
271256कहे बिनु रह्यो न परत,विनयावलीकल्याण
272257दीनबंधु! दूरि किये दीनको विनयावलीकल्याण
273258जानि पहिचानि मैं बिसारे हौं विनयावलीकल्याण
274259रावरी सुधारी जो बिगारी बिगरैगीविनयावलीकल्याण
275260साहिब उदास भये दास खास विनयावलीकल्याण
276261मेरी न बनै बनाये मेरे कोटि कलप लौं,विनयावलीकल्याण
277262कह्यो न परत,बिनु कहे न रह्यो परत,विनयावलीकल्याण
278263नाथ नीके कै जानिबी ठीकविनयावलीकल्याण
279264मेरो कह्यो सुनि पुनि भावै विनयावलीकल्याण
280265तन सुचि,मनरुचि, मुख कहौं विनयावलीकल्याण
281266ज्यों ज्यों निकट भयो चहौंविनयावलीकल्याण
282267पन करि हौं हठि आजुतें विनयावलीकल्याण
283268तुम अपनायो तब जानिहौं,विनयावलीकल्याण
284269राम कबहुँ प्रिय लागिहौ विनयावलीकल्याण
285270कबहुँ कृपा करि रघुबीर! विनयावलीकल्याण
286271जैसो हौं तैसो राम रावरो विनयावलीकल्याण
287272तुम जनि मन मैलो करो, विनयावलीकल्याण
288273तुम तजि हौं कासों कहौं, विनयावलीकल्याण
289274जाउँ कहाँ, ठौर है कहाँ देव! विनयावलीकल्याण
290275द्वार द्वार दीनता कही, विनयावलीकल्याण
291276कहा न कियो,कहाँ न गयो, विनयावलीकल्याण
292277राम राय! बिनु रावरे मेरे को विनयावलीकल्याण
293278पवन-सुवन! रिपु-दवन! विनयावलीकल्याण
294279मारुति-मन,रुचि भरतकी विनयावलीकल्याण
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श्री सद्गुरु महाराज की जय!